विभव – विभव से तात्पर्य है कि यदि कोई धन आवेश किसी अनंत स्थान से किसी दूसरे पर ले जाने पर जो भी कार्य किया जाता है उसे विभव कहते हैं।
इसका S.I. मात्रक वोल्ट में लिखा जाता है
वोल्ट क्या हैं
किसी भी विद्युत उपकरण में6.25 x10^18इलेक्ट्रॉन ( कूलाम आवेश ) किसी बिंदु तक ले जाने पर 1 जूल के बराबर कार्य होता है तो उसे वोल्ट कहा जाता है
वोल्ट का उपयोग
वोल्ट का उपयोग विद्युत उपकरणों में किसी वस्तु मैं यह बताता है कि किसी विद्युत उपकरणों को शुरू होने के लिए इतनी वोल्ट की आवश्यकता है, जिससे कि वह वस्तु काम कर सकें जिससे उसके इलेक्ट्रॉन एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा पाए और विद्युत उपकरण काम करना शुरू कर दे, वोल्ट का यूज़ उपकरण में इलेक्ट्रॉनों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना हैं जिससे कि उपकरण काम करना शुरू हो जाए।
उदाहरण के लिए :- किसी 100 वाट के बल्ब को शुरू होने के लिए 100 वोल्ट की आवश्यकता होती है जिससे कि वह रोशनी दे सके। इसी प्रकार से हमारे घर में अलग-अलग विद्युत उपकरण होते हैं जिन्हें काम करने के लिए अलग-अलग वोल्ट की आवश्यकता होती है
विद्युत धारा क्या है
विद्युत धारा एक ऐसी भौतिक इकाई है जो किसी भी चालक में इलेक्ट्रॉनों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने पर उनकी माप को मापती है इसका का S.I. मात्रक एंपियर ( A) लिखते हैं

एंपियर क्या है
यदि किसी चालक में प्रति सेकंड में 1 कूलाम आवेश प्रवाह कर रहा है तो उसे हम 1 एंपियर कहते हैं
विद्युत धारा की प्रवाह को समझाइए
विद्युत उपकरण में इलेक्ट्रॉन की जो प्रवाह होती है उसको ही हम विद्युत धारा कहते हैं इलेक्ट्रॉन ऋण आत्मक आवेश होते हैं जो धातु में स्वतंत्र रूप से गति करते पाए जाते हैं जब हम किसी बैटरी के एक टर्मिनल से जोड़ते हैं तब हम पाते हैं कि उसका जो धन टर्मिनल है उसके जो इलेक्ट्रॉन होते हैं उसके धन टर्मिनल से ऋण टर्मिनल की ओर गति करते हैं जो इलेक्ट्रॉन की मप्रवाह होती है उसी को ही हम विद्युत धारा कहते हैं
चालक क्या होते हैं
वे पदार्थ जिनमें इलेक्ट्रॉन होते हैं और वह जैसे ही विद्युत क्षेत्र के प्रभाव में आते हैं वह अपने इलेक्ट्रॉन को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाना शुरू कर देते हैं और इस प्रकार उस पदार्थ में विद्युत प्रवाह होना शुरू हो जाता है इसी को ही चालक कहते हैं यह सभी धातुएं होती हैं जिनमें यह सब गुण पाया जाता है और सबसे अच्छे चालक कौन से नीचे दिए गए हैं इन धातुओं के नाम
Ex – एलुमिनियम , तांबा , सोना ,चांदी , क्रोमियम , जस्ता
अचालक क्या होते हैं
अचालक ऐसे पदार्थों होते हैं जिन में इलेक्ट्रॉनों की संख्या बहुत कम या ना के बराबर होती है और जैसे ही यह पदार्थ विद्युत प्रभाव वाले क्षेत्र में आते हैं तो इनके इलेक्ट्रॉन एक स्थान से दूसरे स्थान नहीं जा पाते और उस पदार्थ में विद्युत प्रवाह नहीं हो पाता इसी को ही अचालक कहते हैं यहां अचालक के कुछ उदाहरण दिए गए हैं
Ex – लकड़ी , प्लास्टिक के वस्तुएं
Note – अचालक वस्तुओं का उपयोग विद्युत सुरक्षा के लिए किया जाता है क्योंकि इनमें इलेक्ट्रॉन प्रवाह नहीं होता इसलिए हमें इन वस्तुओं से कोई करंट नहीं लगता।
प्रत्यक्ष धारा (DC) किसे कहते हैं
प्रत्यक्ष धारा उसे कहते हैं जो एक ही दिशा में बहती है और समान रूप से बहती है उसे प्रत्यक्ष धारा कहते हैं इसका उपयोग हम अपने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में करते हैं
प्रत्यक्ष धारा का उपयोग
1-;प्रत्यक्ष धारा का उपयोग आपके घरों में आने वाली तारों में किया जाता है क्योंकि DC करंट को हम अधिक दूर तक पहुंचा सकते हैं
2- प्रत्यक्ष धारा का उपयोग हम कुछ प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में करते हैं जैसे कंप्यूटर ,मोबाइल फोन ,टेलीविजन आदि।
प्रत्यावर्ती धारा (AC) क्या है
प्रत्यावर्ती धारा ऐसी विद्युत धारा होती है जो खुद को समय के साथ अपनी दिशा बदलती रहती है इसी को ही हम प्रत्यावर्ती धारा कहते हैं यह धारा आमतौर पर आपके घरों में जो विद्युत धारा होती है यह प्रतिवर्ती धारा ही होती है और इस धारा का उपयोग हम कई सारे उपकरणों में करते हैं
प्रत्यावर्ती धारा का उपयोग
प्रत्यावर्ती धारा का उपयोग हम वॉशिंग मशीन के लिए और हीटर में और कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में करते हैं
DC करंट की तुलना में आसानी से नियंत्रण किया जा सकता है
अमीटर क्या होता है
अमीटर एक प्रकार का उपकरण है जो कि विद्युत धारा की मात्रा को मापता है यह परिपथ को श्रेणी क्रम में जोड़ता है अगर कोई विद्युत धारा उस मीटर के द्वारा पास की जाए तो वह उसको माप कर देता है एमीटर के मुख्य भाग में गैलेनो मीटर लगा होता है जिसमें एक चुंबक का उपकरण होता है यदि उसमें कोई भी विद्युत धारा पास होती है तो गैलेनो मीटर में लगा चुंबक उस विद्युत धारा को दर्शा देता है यही अमीटर का काम है

अमीटर के प्रकार
एनालॉग अमीटर :- यह एक यांत्रिक डिस्प्ले होता है जोकि विद्युत धारा को दर्शाता है यदि उससे विद्युत धारा प्रवाह की जाए तो। इसमें जो चुंबकीय सुई होती है वह विद्युत धारा को दर्शाता है
डिजिटल अमीटर :- इस प्रकार के मीटर में डिजिटल डिस्पले होता है जोकि विद्युत धारा को संख्यात्मक रूप में दर्शाता है अपने डिस्प्ले पर।
Note :- एक आदर्श अमीटर का प्रतिरोध शून्य होना चाहिए
वोल्टमीटर क्या होता है
वोल्ट मीटर एक ऐसा विद्युत उपकरण है जो किसी परिपथ में किन्हीं दो बिंदुओं के बीच के विभांतर ( वोल्ट) की माप पर उपयोग होता है वोल्टमीटर का यूज़ आमतौर पर विद्युत उपकरणों या सर्किट के बीच के विभांतर की मापन में किया जाता है
वोल्टमीटर के प्रकार
1- एनालॉग वोल्टमीटर:- इस प्रकार के वोल्ट मीटर मे एक सुई के विस्थापन से दर्शाया जाता है एनालॉग वोल्टमीटर एक्यूरेट मापन नहीं कर पाता इसलिए आजकल डिजिटल वोल्टमीटर का उपयोग करते हैं
2-डिजिटल वोल्टमीटर :- डिजिटल वोल्टमीटर एक ऐसा उपकरण है जो कि हमें एक एक्यूरेट मापन करके देता है जो कि संख्यात्मक रूप से दर्शाता है
Note एक आदर्श वोल्टमीटर का प्रतिरोध अनंत होना चाहिए
गैल्वेनोमीटर गैल्वेनोमीटर एक ऐसा विद्युत उपकरण है जो विद्युत धारा को दर्शाता है गैल्वेनोमीटर में एक चुंबकीय सुई होती है जो विद्युत धारा की माप को दर्शाता है चुंबकीय सुई के द्वारा हम विद्युत धारा की प्रवाह का पता चलता है
1-एनालोग गैल्वेनोमीटर :- यह गैल्वेनोमीटर डिजिटल गैल्वेनोमीटर की अपेक्षा सस्ते होते हैं परंतु यह सटीक नहीं होते इनमें चुंबकीय सुई के द्वारा दर्शाया जाता है
2-डिजिटल गैल्वेनोमीटर आज कल नये सबसे ज्यादा यूज मे होते है क्योंकि ये सटीक माप करते हैं इनमें डिजिटल डिस्पले में दर्शाया जाता है जो कि बहुत आसानी से और सटीक माप होती है
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विद्युत धारा के बारे में संक्षिप्त में about the electric current part 2